=> राजस्थान कि आकृति विष्मकोणीय चतुर्भुज या पतंगाकार है |
=> राजस्थान का क्षेत्रफल 342239 वर्ग किलोमीटर है |
=> जौ पूरै भारत का 10.41% या 1/10 प्रतिशत वां भाग है |
=> राजस्थान का क्षेत्रफल की द्रष्टी सै भारत मै प्रथम स्थान है |
=> यहाँ निम्न पूरा-पाषाण युग , कांस्य युगीन सिंधु सभ्यता की मानव बस्तियां , वैदिक सभ्यता एवं
ताम्रयुगीन सभ्यताएँ खुब फली - फूली थी।
=> तथा इस प्रकार छटी शताब्दी के बाद राजस्थानी भू- भाग में राजपूत राज्यों का उदय प्रारंभ हुआ। जो धीरे-
धीरे संम्पूर्ण क्षेत्र में अलग-अलग रियासतों के रूप में विस्तृत हो गयी। ये रियासतें राजपूत राजाओं के
अधीन थी। राजपूत राज्यों की प्रदानता के कारण कालांतर में इस संपूर्ण क्षेत्र को ' राजपूताना ' कहा जाने
लगा।
=> इस भू - भाग के लिए राजपूताना शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग 1800 ई. में जाँर्ज थांमस द्वारा किया गया था।
=> कर्नल जेम्स टॉड ने इस राज्य को '' रायथान " कहा कयोंकि स्थानीय साहित्य एवं भोलचाल में राजाओं के
निवास के प्रांन्त को " रायथान " कहते थे।
=> कर्नल जेम्स टॉड ने 1829 ई. में लिखित अपनी प्रसिद्ध ऐतिहासिक पुस्तक ' Annals & Antiquities of Rajas
' than ' ( or Central and Western Rajpoot States of India ) में सर्वप्रथम इस भोगोलिक प्रदेश के लिए
राजस्थान शब्द प्रयुक्त किया। 26 जनवरी 1950 को ओपचारिक रूप से इस प्रदेश का नाम राजस्थान
स्वीकार किया गया।
=> राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवम्बर 1956 को आया । तथा इससे पहले राजस्थान निर्माण के
निम्न चरणों में से गुजरा।
राजस्थान निर्माण के विभिन्न चरण
1.- प्रथम चरण :-
नाम - मत्स्य संघ ।
तिथि - 18 मार्च 1984 ।
शामिल होने वाली रियासतें - अलवर , भरतपुर , धोलपुर , करोली , रियासत , व
निमराणा।
2. - द्वितीय चरण :-
नाम - राजस्थान संघ।
तिथि - 25 मार्च 1948 ।
शामिल होने वाली रियासतें - बाँसवाड़ा , बूँदी , ङूँगरपूर , झालावाड़ , कोटा ,
प्रतापगढ़ , टोंक , किशनगढ़ , तथा शाहपुरा ,
रियासतें व कुशलगढ़ ठिकाना । प्रदेश के नाम में
राजस्थान शब्द पहली बार जुङा ।
3.- तीसरा चरण :-
नाम - संयुक्त राजस्थान ।
तिथि - 18 अप्रैल 1984 ।
शामिल होने वाली रियासतें - राजस्थान संघ में उदयपुर रियासत मिली ।
4.- चतुर्थ चरण :-
नाम - व्रहत राजस्थान ।
तिथि - 30 मार्च 1949 ।
शामिल होने वाली रियासतें - संयुक्त राजस्थान + जयपुर , जोधपुर , बीकानेर , व
जेसलमेर । यह दिन प्रति वर्ष ' राजस्थान ' दिवस के
रूप में मनाया जाता हैं।
7 अप्रैल 1949 को राजस्थान के प्रथम प्रदानमंत्री तथा बाद में मुख्यमंत्री हीरालाल
शास्त्री बनें।
5. - पांचवां चरण :-
नाम - संयुक्त वृहतर राजस्थान ।
तिथि - 15 मई 1949 ।
शामिल होने वाली रियासतें - वृरहत् राजस्थान व मत्स्य संघ का विलय हुआ
6. - छटा चरण :-
नाम - राजस्थान ( संघ ) ।
तिथि - जनवरी 1950 ।
शामिल होने वाली रियासतें - संयुक्त वृहतर राजस्थान में सिरोही (आबू व दिलवाङा
तहसील को छोङकर ) रियासत का विलय हूआ । 26 जनवरी 1950 को देश का
संविधान लागू होने पर इस राज्य को विधिवत रूप से राजस्थान नाम दिया गया।
7.- सातवाँ चरण :-
नाम - ( वर्तमान रूप में ) राजस्थान।
शामिल होने वाली रियासतें - 1 नवम्बर 1956 राजस्थान संघ + अजमेर -
मेरवाड़ा+ आबू , दिलवाङा तहसील व मध्यप्रदेश का सुनेल टप्पा । राज्य के
सिरोज क्षेत्र को मध्यप्रदेश में मिलाया गया।
राजस्थान प्रदेश की इकाइयों के प्रचलित नाम
1. जांगल प्रदेश - बीकानेर ओर जोधपुर का भाग।
2. योध्देय क्षेत्र - हनुमानगढ़ और गंगानगर के आसपास का क्षेत्र।
3. शूरसेन - भरतपूर , धोलपुर , करोली।
4. गिरवा - उदयपुर नगर ।
5. गोडवाड़ - बाङमेर , जालौर व सिरोही।
6. अहिछत्रपुर - नागौर ।
7. शेखावाटी - चुरू , सीकर व झुँझनू।
8. भोराट का पठारी क्षेत्र - उदयपुर जिले की गोगुन्दा व राजसमंद की कुंभलगढ
तहसील।
9. मेरवाड़ा - अजमेर व राजसंमद जिले का दिवेर क्षेत्र।
10. खेराङ एवं मालखेराङ -भीलवाड़ा जिले की जहाजपुर तहसील व अधिकांश टोंक
जिला।
11. शिवी , मेदपाट या मेवाड़ - उदयपुर एवं चितौड़गढ़ प्राचीन काल में इस क्षेत्र को
प्राग्वाट भी कहते थे।
12. मालव प्रदेश - प्रतापगढ़ , झालावाड़।
13. माल प्रदेश - दक्षिणी-पूर्वी पठारी प्रदेश।
14. साल्व प्रदेश - अलवर का क्षेत्र।
15. ढूँढाङ - जयपुर के आसपास का क्षेत्र।
16. मांड या वल्ल व दुंगल - जैसलमेर ।
17. वागङ या वाग्वर - डूँगरपुर-बाँसवाड़ा-प्रतापगढ़।
18. आर्बुद व चंद्रावती - सिरोही व आबू के आसपास का क्षेत्र।
19. मरूवार या मारवाड़ - जोधपुर राज्य।
20. मेवल - डूँगरपुर , बाँसवाड़ा के मध्य भाग।
21. मेवात - अलवर।
22. हाङौती - कोटा , झालावाड़ , बूँदी व बाराँ।
23. कुरू देश - अलवर राज्य का उत्तरी भाग।
24. बांगङ ( बांगर ) - पाली , नागौर सीकर व झुंझुनूं का कुछ भाग।
25. भोमट क्षेत्र - डुँगरपुर , पूर्वी सिरोही व उदयपुर जिले का अरावली पर्वतीय
आदिवासी क्षेत्र।
26. थली ( उत्तरी मरूभूमि ) - बीकानेर , चुरू का अधिकांश भाग एवं दक्षिणी
गंगानगर की मरूभूमि।
27. मत्स्य क्षेत्र - अलवर , भरतपुर , धोलपुर व करोली।
28. डांग क्षेत्र - धोलपुर करौली व सवाईमाधोपुर का क्षेत्र।
29. मेरू - अरावली पर्वतीय प्रदेश।
30. गुर्जरत्रा - जोधपुर का दक्षिणी भाग।
प्रदेश के प्राचीन नगरों के वर्तमान नाम
1. रामनगर , रामू जाट की ढाणी - गंगानगर।
2. अजयमेरु - अजमेर ।
3. कोंकण तीर्थ - पुष्कर ।
4. श्रीपंथ - बयाना ।
5. सत्यपुर - साँचोर ।
6. विराट - बैराठ ।
7. अहिछत्रपुर - नागौर ।
8. कोठी - धोलपुर ।
9. माध्यमिका - नगरी ।
10. उपकेश पट्टन - औसियां ।
11. ब्रज नगर - झालरा पाटन ।
12. कुरूक्षेत्र, शाल्व जनपद, आलोर - अलवर ।
13. कांठल, छप्पन का मेदान - प्रतापगढ़ ।
14. मांड प्रदेश , दुंगल - जेसलमेर ।
15. ताम्रवती नगरी - आहङ ।
16. खिज्राबाद - चितौड़गढ़ ।
17. भटनेर - हनुमानगढ़ ।
18. गोपालापाल - करोली ।
19. जयनगर -जयपुर ।
20. श्रीमाल - भीनमाल ।
(Note- यह भी बहुत महत्वपूर्ण हैं दुबारा पढ़े)
राजस्थान की काशी - बँदी * द्वितीय या छोटी काशी - जयपुर * राजस्थान की
लोढी काशी - बांसवाडा * उपकाशी - डीडवाना (नागौर) * उपकेशपाटन /
राजस्थान का भुवनेश्वर - ओसिया * मारवाड़ का लघु माउण्ट - पीपलूद
(बाङमेर) * राजस्थान का आधुनिक व नवीन मेनचेस्टर - भिवाड़ी * राजस्थान
का खजुराहों (सोमेशवर मंन्दिर) - किराडू बाङमेर * मिनी खजुराहो - भंडदेवरा
( बांरा ) * मेवाड़ का खजुराहो - जगत ( उदयपुर ) * पुष्कर - तीर्थराज / तीर्थों का
मामा / कोंकण तीर्थ / गुलाबों की नगरी / पंचम तीर्थ ।
1. चुंघेर - अनुपगढ( हनुमानगढ़)।
2. आधुनिक तीर्थ स्थल - सूरतगढ़ (गंगानगर) ।
3. राजस्थान का राजकोट - लूणकरणसर ( बीकानेर)
4. जांगल प्रदेश की राजधानी, अहिछत्रपुर - नागौर ।
5. सू्र्य नगरी, मलूधर, मरूवाङ, मारवाड़ - जोधपुर।
6. रामदेवरा - रूणेचा ( जेसलमेर ) ।
7. माण्डवयपुर - मण्डोर ( जोधपुर ) ।
8. नेहड, सत्यपुर ( राजस्थान का पंजाब ) - सांचोर ( जालोर ) ।
9. भोराठ का पठारी क्षेत्र - राजसमंद व उदयपुर ।
10. - सौ द्विपों का शहर / आदिवासियों का शहर - बांसवाड़ा ।
11. कांठल , छप्पन का मेदान - बांसवाड़ा व प्रतापगढ़ का क्षेत्र ।
12. ऊपरमाल - भिजोलिया ( भीलवाड़ा ) ।
13. विराट नगर - टोंक ।
14. जाट रियासत - भरतपुर व धोलपुर ।
15. मत्स्य संघ , शूरसेन - अलवर, भरतपुर, धोलपुर, करोली ।
16. अर्जुनायन - अलवर, भरतपुर, ।
17. बांगङ प्रदेश - चूरू, झुंझुनूं, सीकर, नागौर का क्षेत्र।
18. सपादलक्ष - बीकानेर।
19. योध्देय प्रदेश ( नाली क्षेत्र ) - श्री गंगानगर व हनुमानगढ़ का क्षेत्र ।
20. रामू जाट की ढाणी , रामनगर - श्री गंगानगर।
21. थली क्षेत्र - श्री गंगानगर , हनुमानगढ़ , चूरू , बीकानेर जिलों के बीच का भाग।
22. जांगल प्रदेश - बीकानेर ।
23. मांड प्रदेश , वल्ल , दुंगल - जैसलमेर ।
24. मालाणी , श्री माल , बादाणा , बाहङमेढ - बाङमेर।
25. जलालाबाद , जाबिलीपुर , ग्रेनाइट सिटी , सुवर्ण गिरी - जालोर।
26. आर्बुद, चंद्रावती, देवडावटी - सिरोही।
27. शिवि जनपद , गिरवा पहाड़ी , देशहरो - उदयपुर ।
28. वार्गट , वागङ , मेवल - डूंगरपुर व बासवाड़ा ।
29. मालव प्रदेश - प्रतापगढ़ व झालावाड़ का क्षेत्र ।
30. राजस्थान का वेल्लोर" भैसरोङगढ दुर्ग - कोटा ।
31. खींचीवाडा( झालरापाटन) , ब्रजनगर , सिटी आँफ वेल्स - झालावाड़।
32. हयहय प्रदेश , हाङोती प्रदेश - झालावाड़ , बूंदी , कोटा , बांरा का क्षेत्र।
33. टाटा नगर( रेंढ) नवाबों का शहर - टोंक ।
34. डांग क्षेत्र , बीहड - सवाईमाधोपुर ,करौली ।
35. गोपाला पाल - करौली।
36. धौलपुर - कोठी।
37. बयाना , श्रीपंथ - भरतपुर।
38. मेवात क्षेत्र - अलवर , भरतपुर।
39. कुरूक्षेत्र , शाल्व , जनपद , आलोर - अलवर।
40. ढूँढाङ , ( आमैर , ढूँढाङ की राजधानी ) -जयपुर।
41. शेखावाटी प्रदेश - चूरू , झुंझुनूं , सीकर।
42. भटनेर -हनुमानगढ़।
राजस्थान के प्रमुख राजवंश व राज्य
1. कच्छवाह - जयपुर , अलवर।
2. गुहिल - मेवाड़ बांसवाड़ा , डूँगरपुर।
3. सिसोदिया - उदयपुर , चितौङ , शाहपुरा , प्रतापगढ़।
4. चोहान - अजमेर , जालोर , सिवाणा , बूँदी , सिरोही , कोटा , रणथंभौर , नाडौल ,
गागरोन।
5. यादव - करौली , जैसलमेर , हनुमानगढ़।
6. राठौड़ - जोधपुर , किशनगढ़ , बीकानेर
7. भाटी - जेसलमेर , हनुमानगढ़।
8. झाला - झालवाड़।
9. हाङा चौहान - कोटा , बूँदी।
10. जाट - भरपूर , धौलपुर ।
11. मुस्लिम - टोंक।
12. देवङा चौहान - सिरोही।
13. सोनगरा चौहान - जालौर।
14. खींची चौहान - गागरोन।
प्रदेश के जिलों के आधुनिक नाम
1. फलों की टोकरी - हनुमानगढ़।
2. राजस्थान का धातु नगर , औजारों की नगरी - नागौर।
3. राजस्थान का अन्नागार - श्रीगंगानगर।
4. ऊन का घर , रातीघाटी - बीकानेर।
5. राजस्थान की बल्यूसिटी , सुर्य नगरी , मरूस्थल का प्रवेश द्वार - जोधपुर।
6. राजस्थान का अण्डमान , राजस्थान की स्वर्ण नगरी , हवेलियों का शहर , पीले पत्थरों
का शहर , रैगिस्तान का गुलाब , झरोखों की नगरी , पंखों की नगरी , म्यूजियम सिटी
- जैसलमेर।
7. राजस्थान का मेनचेस्टर , वस्त्र नगरी , टैक्सटाइल सिटी , खनिजों का चिङियाघर , जू
आँफ मिनरल - भीलवाड़ा।
8. राजस्थान का खजुराहों(किराडू) - बाङमेर।
9. राजस्थान का शिमला , राजस्थान बर्खोयाँस्क - सिरोही।
10. राजस्थान की थर्मोपोली ( हल्दीघाटी) - राजसमंद।
11. मेवाड़ , मेदपाट , प्राग्वाट , झीलों की नगरी , राजस्थान का कशमीर , पूर्व का वेनिस ,
सैलानियों का स्वर्ग , फाउन्टेन माउन्टेन का शहर , लेक सिटी आँफ इण्डिया , एशिया
का वियाना , आँस्ट्रेलिया जैसी आकृति , जींक नगरी - उदयपुर।
12. पहाड़ों की नगरी - डूंगरपुर।
13. राजस्थान का गौरव - चितौड़गढ़।
14. राजस्थान का कानपुर , शिक्षा का तीर्थस्थल , राजस्थान का नालंदा , औधोगिक
नगरी , उधानो का नगर , इन्द्रप्रस्थ नगर - कोटा।
15.राजस्थान का नागपूर , राजस्थान का चेरापूँजी - झालवाड़।
16. मिनी खजुराहों ( भडँदेवरा ) , वराह नगरी - बांरा।
17. बावडियों का शहर , काशी ,वृन्दावती - बूँदी।
18. राजस्थान का ह्र्दय , राजस्थान का नाका , राजपूताना की कुंजी , भारत का मक्का ,
अरावली का अरमान - अजमेर।
19. डाँग की रानी - करोली।
20. रेड डायमंड , राजस्थान का पू्र्वी प्रवेश द्वार - धोलपुर।
21. राजस्थान का प्रवेश द्वार - भरतपूर।
22. राजस्थान का सिंह द्वार , राजस्थान का स्काँटलैण्ड , राजस्थान का पू्र्वी कशमीर -
अलवर।
23. पूर्व का पेरिस , पिंक सिटी , सिटी आँफ आइस लैण्ड , हेरिटेज सिटी , रंग श्री द्वीप ,
वैभव का द्वीप , रत्न नगरी , पन्ना नगरी , राजस्थान की राजधानी - जयपुर।
24. तांबा नगरी ( खेतडी ) , तांबा जिला - झूंझनू।